राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, पुलिस कर्मी हुए सम्मानित

बालिका या महिला के साथ हिंसा या भेदभाव न हो : मीनाक्षी



भोपाल। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सामुदायिक पुलिसिंग) श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने बालिकाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा और आर्थिक आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर दिन बालिका दिवस होना चाहिए, किसी भी बालिका या महिला के साथ हिंसा या भेदभाव नहीं होना चाहिए। श्रीमती शर्मा शुक्रवार को सामुदायिक पुलिसिंग विभाग पुलिस मुख्यालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र के सभागार में बतौर मुख्य आतिथ्य सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की क्षमता का सम्मान कर उनके सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। 

पीएसओ टू डीजीपी विनीत कपूर ने सामुदायिक पुलिसिंग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पुलिस और आम जनता के बीच समन्वय स्थापित कर सामाजिक बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने यूनिसेफ और अन्य संस्थाओं के सहयोग से पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों की सराहना की गई। 

कार्यक्रम में विभिन्न विभागों, संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनमें पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ यूनिसेफ, आरंभ संस्था और अन्य गैर-सरकारी संगठनों के प्रमुख सदस्य शामिल थे। कार्यक्रम में सृजन अभियान के तहत 5 सौ से अधिक बालक-बालिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में बालक-बालिकाओं द्वारा मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया गया, जिसमें आत्मरक्षा के महत्व को रेखांकित किया गया। साथ ही, नाटक, गीत-संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि शिक्षा और तकनीकी कौशल के जरिए आत्मनिर्भरता और विकास प्राप्त किया जा सकता है।


तकनीकी और वैज्ञानिक जागरुकता पर जोर
- कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र के माध्यम से बालक-बालिकाओं को वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी प्रदान करने की योजना पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाकर आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे।

पुलिसकर्मियों और एनजीओ का सम्मान 
- इस अवसर पर विभिन्न पुलिसकर्मियों और सहयोगी संस्थाओं को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें प्रोत्साहित करते हुए यह आह्वान किया गया कि वे सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी निभाएं और सशक्त समाज, सुरक्षित शहर की परिकल्पना को साकार करें। इस कार्यक्रम में सूबेदार ऋतुराज, उपनिरीक्षक अर्चना तिवारी सहित 17 पुलिस कर्मी सम्मानित किए गए। समाज कार्य करने वाली संस्थाओं ने पुलिस के सम्मान करते हुए उन्हें जानता और पुलिस की दूरी कम करने वाले आदर्श पुलिस कर्मियों के रूप में सम्मानित किया। भाग लेने वाली कमजोर वर्ग की बस्तियों से आने वाली बालिकाओं ने बताया कि यह पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं आज उनके कारण उनको अपने स्कूल कॉलेज निर्भीक होकर जाने और अपने सेल्फ कॉन्फिडेंस मैं बढ़ोतरी महसूस हुई है।

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